गणनगवाचक उपयोगिता के द्वारा उपभोक्ता संतुलन Notes in Hindi ~ OSG Academy
उपभोक्ता संतुलन (Consumer Equilibrium)
उपभोक्ता संतुलन (Consumer Equilibrium)
1. एक वस्तु की स्थिति में उपभोक्ता संतुलन
➤उपभोक्ता अपनी मौद्रिक आय को विभिन्न वस्तुओं में इस प्रकार वितरित करेगा कि प्रत्येक वस्तु पर व्यय किए गए अंतिम रुपए से प्राप्त उपयोगिता समान हो।
➤उपभोक्ता उस समय संतुलन की स्थिति में होता है जब प्रत्येक वस्तु पर व्यय की गई मुद्रा से प्राप्त सीमांत संतुष्टि/उपयोगिता समान हो।
➤एक वस्तु पर किए गए मौद्रिक व्यय से प्राप्त सीमांत उपयोगिता को उस वस्तु की एक इकाई से प्राप्त उपयोगिता को उसकी कीमत से विभाजित करके ज्ञात किया जा सकता है।
➡️इस अवस्था में वस्तु की सीमांत उपयोगिता और कीमत बराबर होते हैं। (E = MUx = Px)
2. दो वस्तु की स्थिति में उपभोक्ता संतुलन -
➤उपभोक्ता अपनी मौद्रिक आय को विभिन्न वस्तुओं पर इस प्रकार से वह करेगा कि विभिन्न वस्तुओं से प्राप्त सीमांत उपयोगिता तथा उनकी कीमतों के अनुपात में समानता हो।
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Tags:
Micro Economics