ह्रासमान सीमांत उपयोगिता का नियम Notes in Hindi ~ OSG Academy
ह्रासमान सीमांत उपयोगिता नियम
ह्रासमान सीमांत उपयोगिता का नियम :
➤जब कोई व्यक्ति एक वस्तु की अधिक इकाईयों का उपभोग करता है तो वस्तु से प्राप्त सीमांत उपयोगिता कम होता जाता है।
➤ह्रासमान सीमांत उपयोगिता के नियम के अनुसार जैसे - जैसे किसी वस्तु की अधिक से अधिक इकाइयों का उपभोग किया जाता है , वैसे वैसे प्रत्येक अतिरिक्त इकाई से प्राप्त होने वाली सीमांत उपयोगिता घटती जाती है |
➤अतः उस वस्तु को प्राप्त करने की इच्छा में कमी आती जाती है |
➤इसे गोसेन का प्रथम नियम कहा जाता है।
ह्रासमान सीमांत उपयोगिता के नियम की मान्यताएँ -
( i ) वस्तु की केवल मानक इकाइयों का प्रयोग किया जाता है | जैसे - एक कप चाय ना की एक चम्मच चाय |
( ii ) वस्तु का उपभोग निरंतर है । ऐसा नहीं की वस्तु की एक इकाई का उपभोग अब कर लिया एक का कल |
ह्रासमान सीमांत उपयोगिता नियम के उपयोग :
1. पदार्थों के मूल्य निर्धारण
2. मूल्य विरोधाभास
3. आय का पुनर्वितरण
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Tags:
Micro Economics