आगम की धारणाएं - कुल, सीमांत तथा औसत आगम तथा इनके बीच संबंध - उत्पादक संतुलन बिंदु का निर्धारण।
आगम की धारणाएं (Concept of Revenue)
आगम : 🔥
➤फर्में द्वारा वस्तु उत्पादन के बाद बाजार में बेचने से प्राप्त राशि को आगम (Revenue) कहते हैं।
➤आगम के प्रकार -
- कुल आगम (Total Revenue)
- औसत आगम (Avarage Revenue)
- सीमांत आगम (Marginal Revenue)
1. कुल आगम :
➤सभी वस्तु की इकाइयों को बेचने से प्राप्त राशि का कुल जोड़ कुल आगम कहलाता है।
➤सीमांत आगम का कुल जोड़ को कुल आगम कहते है।
जहां,
- TR = कुल आगम / कुल आय।
- EMR = सीमांत आगम का योगफल।
2. औसत आगम :
➤ प्रति इकाई आगम उसको औसत आगम कहते हैं।
➤ इसे कुल आगम में बेची गई मात्रा से भाग देकर ज्ञात किया जाता है।
3. सीमांत आगम :
➤एक अतिरिक्त इकाई बेची गई वस्तु की इकाई से प्राप्त आगम को सीमांत आगम कहते हैं।
🎯पूर्ण प्रतियोगिता बाजार में आगम वक्र :
कुल आगम, सीमांत आगम तथा औसत आगम -
🎯एकाधिकार बाजार में आगम वक्र :
कीमत निर्धारण / फर्म संतुलन / Break Even Point :
पूर्ण प्रतियोगिता बाजार :
एकाधिकार बाजार :
➤जब MR और MC बराबर होते है तो उस स्थिति में कीमत का निर्धारण किया जाता है।
JOIN US NOW👇
Tags:
Micro Economics