उपभोग फलन : प्रकार, विशेषताएं, APC, MPC (Consumption Function - Type - APC, MOC Notes in Hindi)
Table of Contents 👇
- उपभोग फलन
- उपभोग फलन का रेखाचित्र
- उपभोग फलन के प्रकार
- उपभोग फलन के विशेषताएं
- APC, MPC
- उपभोग फलन के निर्धारक तत्व
उपभोग फलन (Consumption Function)
➤किसी भी अर्थव्यवस्था का कुल उपभोग व्यय अथवा उपभोग मांग उसकी राष्ट्रीय आय पर निर्भर करता है ।
➤जब आय बढ़ती है तब कुल उपभोग की मात्रा भी बढ़ जाती हैं।
➤ जब आय घटती है तो उपभोग मात्रा भी कम हो जाती है ।
➤उपभोग तथा आय के इस सम्बन्ध को उपभोग फलन कहते हैं ।
C = f ( Y )
जहां,
- C = उपभोग
- Y = आय
- f = फलनात्मक संबंध
➤अतः उपभोग फलन आय तथा उपभोग के बीच फलनीय सम्बन्ध को व्यक्त करता है ।
➤आय के विभिन्न स्तरों पर , उपभोग पर किया गया व्यय उपभोग प्रवृत्ति कहलाती है ।
➤जिस आय - स्तर पर उपभोग आय के ठीक बराबर होता है उसे अन्तराल शून्य बिंदु कहते है।
➤कींस - कुल आय का जो भाग उपभोग के लिए व्ययकिया जाता है वह पउपभोग प्रवृत्ति कहलाता है।
➤उपभोग में वृद्धि आय में वृद्धि के बराबर नहीं होती है।
∆Y = ∆C + ∆S
जहां,
- ∆Y = आय में परिवर्तन
- ∆C = उपभोग में परिवर्तन
- ∆S = बचत में परिवर्तन
➤उपभोग फलन उपभोग के स्तर एवं उपभोग स्तर को प्रभावित करने वाले चरों में संबंध को व्यक्त करता है।
उपभोग = कुछ स्थिर राशि + MPC × आय का वर्तमान स्तर
C = a + MPC × Y
C = a + bY ➡️ उपभोग फलन
जहां,
- b = MPC = ∆C/∆Y
- MPC < 1
- C = उपभोग
- a = स्थिर राशि
- MPC = सीमांत उपभोग प्रवृत्ति
उपभोग फलन का रेखाचित्र :🔥
उपभोग फलन के प्रकार : 🔥
1. अल्पकानीन उपभोग फलन -
C = a + bY
जहां,
- C = उपभोग
- a = स्थिर राशि
- Y = आय
- 1 > MPC > 0
➤उपभोग का वह भाग जो आए से संबंधित नहीं है स्वायत्त उपभोग कहलाता है।
➤आय न होने पर भी स्वायत्त उपभोग होता है।
2. दीर्घकालीन उपभोग फलन :
C = bY
जहां,
- C = कुल उपभोग व्यय
- bY = प्रेरित उपभोग
➤दीर्घकाल में उपभोग व आय के बीच एक निश्चित अनुपातिक संबंध बना रहता है।
➤APC = MPC
उपभोग फलन की विशेषताएं :🔥
1. उपभोग प्रवृत्ति अल्पकाल में स्थिर रहती है।
2. निर्धन व्यक्ति का उपभोग प्रवृत्ति धनी व्यक्ति से अधिक होती है।
निर्धन ➡️ C ⬆️ ➡️ S ⬇️
धनी ➡️ C ⬇️ ➡️ S ⬆️
3. अर्थव्यवस्था में आय तथा रोजगार का स्तर उपभोग प्रवृत्ति पर निर्भर करती है।
उपभोग प्रवृत्ति के निर्धारक तत्व :🔥
1. ब्याज की दर।
2. संपत्ति।
3. आय का वितरण।
4. उपभोक्ता साख।
उपभोग प्रवृत्ति के प्रकार : 🔥
1. औसत उपभोग प्रवृत्ति (APC) :
➤औसत उपभोग प्रवृत्ति कुल उपभोग (C) तथा कुल आय (Y) के अनुपात को व्यक्त करती हैं।
APC = C/Y
जहां,
- APC = औसत उपभोग प्रवृत्ति
- C = कुल उपभोग
- Y = कुल आय
2. सीमांत उपभोग प्रवृत्ति (MPC) :
➤उपभोग में परिवर्तन और आय में परिवर्तन के अनुपात को सीमांत उपभोग प्रवृत्ति (MPC) कहते हैं।
MPC = ∆C/∆Y
जहां,
- MPC = सीमांत उपभोग प्रवृत्ति
- ∆C = उपभोग में परिवर्तन
- ∆Y = आय में परिवर्तन
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