लोकोक्तियाँ Lokoktiyan इन Hindi Most Important कहावतें 100 + Sample तथा 30 +है Practice Question Answer PDF Download
PDF Here
लोकोक्तियां / कहावतें
➤लोकोक्ति को कहावत की संज्ञा दी जाती है ।
➤लोकोक्ति का सीधा संबंध लोक - जीवन से होता है ।
➤इसलिए इसे लोक - जीवन और लोक - भाषा की देन समझना चाहिए ।
➤लोकोक्ति का प्रयोग वाक्य के रूप में किया जाता है ।
➤ इसके प्रयोग से भाषा में आकर्षक स्वरूप का विकास होता है और अर्थ में मनभावन , चमत्कारिक और प्रभावोत्पादक अर्थ की अभिव्यक्ति होती है ।
➤जिस प्रकार भाषा में मुहावरों के सहज प्रयोग से भाषा का भास्वर रूप और भावों में प्रभावोत्पादक शक्ति उभरती है , उसी प्रकार लोकोक्ति के प्रयोग से दोनों पक्षों में अनुपमेय उत्कर्ष होता है ।
➤ यदि सामान्य भाषा में कहा जाए कि जिसके पास शक्ति होती है , उसी को सफलता मिलती है , तो विशेष अर्थ की अभिव्यक्ति होती है ।
➤इसके स्थान पर यदि लोकोक्ति का प्रयोग किया जाए तो अर्थ मे चमत्कारिक रूप सामने आता है ।
➤इसके स्थान पर यदि कहें , आखिर उसने चुनाव जीत ही लिया ।
➤चुनाव जीतता क्यों नहीं , क्योंकि कहा भी गया है जिसकी लाठी उसकी भैंस ।
➤" मुहावरो और लोकोक्ति के स्वरूप में पर्याप्त भिन्नता है ।
➤मुहावरे केवल वाक्यांश हैं ।
➤इस प्रकार इनका प्रयोग एक वाक्य मे संभव हैं ; यथा- आँखो का तारा- वह अपनी माँ की आँखो का तारा है ।
➤लोकोक्ति पूर्णवाक्य की भूमिका में सामने आता है ।
➤इस प्रकार लोकोक्ति पूर्णवाक्य की भूमिका में सामने आता है ।
➤इस प्रकार लोकोक्ति के प्रयोग में एकाधिक वाक्यों का सहयोग लेना होता है ; यथा ' ऊँची दुकान फीका पक मैने कहा था कि बड़ी दुकान पर सावधान रहना ।
➤आखिर धोखा खा गए ।
➤ होना ही ऐसा था क्योंकि कहा गया है- ऊँची दुकान फीका पकवान ।
➤इसी प्रकार जैसी करनी वैसी भरनी- अपने कर्मों का फल सब को मिलता ही है , क्योंकि कहा भी गया है जैसी करनी वैसी भरनी । "