मांग का सिद्धांत (Theory of Demand) : मांग फलन, मांग तालिका, मांग वक्र, मांग का नियम Notes in Hindi
Theory of Demand (मांग का सिद्धांत)
माँग -
➤वस्तु की वह मात्रा हैं जिसे विशेष कीमत व विशेष समय अवधि में उपभोक्ता खरीदने को तैयार है ।
➤किसी दिए गए कीमत पर वस्तुओं और सेवाओं को खरीद लेना मांग कहलाता है।
मांग फलन :
➤वस्तु की मांग तथा वस्तु की कीमत के बीच तुलनात्मक संबंध को मांग फलन कहते हैं।
e.i. D = f(P)
Dx = f(Px, I, Py,Pz.....)
जहां,
Dx : वस्तु की मांग मात्रा
Px : वस्तु X की कीमत
I : उपभोक्ता की आय
PyPz : संबंधित वस्तु की कीमत
➤अर्थात् मांग वस्तु की कीमत पर निर्भर करता है।
माँग अनुसूची / तालिका -
➤माँग अनुसूची वह तालिका है जो किसी वस्तु की विभिन्न कीमतों तथा वस्तु की विभिन्न मात्राओं के बीच सम्बंध प्रकट करती है |
मांग वक्र :
➤माँग वक्र माँग अनुसूची का रेखाचित्रीय प्रस्तुतिकरण है जो दर्शाती है की किसी वस्तु की मांगी गई मात्रा उसकी अपनी कीमत से किस प्रकार सम्बंधित है |
️मांग वक्र की विशेषताएं :
- मांग की रेखा ऊपर से नीचे दाहिनी ओर झुकी होती है।
- मांग की रेखा ऋणात्मक ढाल वाली होती है जो मांग तथा कीमत के बीच विपरीत संबंध को बताती है।
- जैसे जैसे सामान्य वस्तु की कीमत बढ़ती है उसकी मांग में कमी होती जाती हैं।
मांग की रेखा की ढाल :
➤कीमत में परिवर्तन और वस्तु की मांगी गई मात्रा में परिवर्तन का अनुपात होता है।
मांग रेखा की ढाल = (कीमत में परिवर्तन / मांग की मात्रा में परिवर्तन)
मांग रेखा की ढाल = ∆P/∆D
मांग का नियम :
➤माँग का नियम बताता है कि अन्य बाते समान रहने पर किसी वस्तु की अपनी कीमत में वृद्धि होने पर उस वस्तु की मांगी गई मात्रा में कमी होती है तथा वस्तु की अपनी कीमत में कमी होने पर उसकी मांगी गई मात्रा में वृद्धि होती है |
➤अर्थात वस्तु की अपनी कीमत तथा उसकी मांगी गई मात्रा में विपरीत सम्बंध होता है |
➤मांग के नियम की व्याख्या प्रो. मार्शल के द्वारा किया गया।
➤Ceterus Paribas - Other things remaining constent ( यदि अन्य बाते सामान्य रहे )
माँग के नियम की मान्यताएं :
1. उपभोक्ताओं की रुचियां तथा प्राथमिकताएँ स्थिर है ।
2. क्रेताओं की आय में कोई परिवर्तन नहीं होता है |
3. सम्बंधित वस्तुओं की कीमतों में कोई परिवर्तन नहीं होता है ।
4. उपभोक्ता की निकट भविष्य में कोई सम्भावना नहीं है ।