Product Method or Value Added Method - Measurement of National Income - उत्पाद विधि द्वारा राष्ट्रीय आय की गणना - प्रक्रिया - उदाहरण - सावधानियां

Product Method or Value Added Method - Measurement of National Income - उत्पाद विधि द्वारा राष्ट्रीय आय की गणना - प्रक्रिया - उदाहरण - सावधानियां

राष्ट्रीय आय की गणना :

➤आय के चक्रीय प्रवाह के तीन पहलू वस्तुओं एवं सेवाओं का उत्पादन, उत्पादन के साधनों के स्वामियों में आय का वितरण तथा अंतिम वस्तुओं एवं सेवाओं की खरीद पर किया जाने वाला आय का खर्च।

  1. उत्पाद / मूल्य वृद्धि विधि
  2. आय विधि
  3. व्यय विधि

उत्पाद विधि / मूल्य वृद्धि विधि : 🔥

➤एक अर्थव्यवस्था में एक लेखा वर्ष में उत्पादित अंतिम वस्तुओं तथा सेवाओं के बाजार मूल्य को जोड़कर राष्ट्रीय आय का अनुमान लगाया जाता है।

दोहरी गणना :

➤राष्ट्रीय आय के अनुमान में जब एक वस्तु के मूल्य की गणना एक से अधिक बार होती हैं तो इसे दोहरी गणना की समस्या कहा जाता है।

➤दोहरी गन्ना तब होती है जब उन वस्तुओं की जो हैप्पी मध्यवर्ती वस्तु के रूप में प्रयोग में लाई जाती है GDP के अनुमान में सम्मिलित कर लिया जाता है।

दोहरी गणना की समस्या का समाधान :

1. अंतिम वस्तुओं एवं सेवाओं को शामिल करना।

2. उत्पाद मूल्य को छोड़कर मूल्य वृद्धि को जोड़ना।

मूल्य वृद्धि :

➤उत्पादन प्रक्रिया में प्रयोग होने वाली मध्यवर्ती वस्तुओं की लागत से उत्पादन का मूल्य जितना अधिक होता है उसे मूल्यवृद्धि कहा जाता है।

बैकरमैन - उत्पादन श्रृंखला में वृद्धि की क्रिया से है जिसके द्वारा कोई उद्योग अन्य उद्योगों से कच्चा माल अथवा वस्तु है तथा सेवाएं खरीद कर उसे आगे अन्य उद्योगों को बेचते समय उसके मूल्य में जोड़ देता है।

गणना की प्रक्रिया :

1. उत्पादक उद्यमों की पहचान करना -

  1. प्राथमिक क्षेत्र
  2. द्वितीयक क्षेत्र
  3. तृतियक क्षेत्र

2. उत्पाद के मूल्य की गणना करना -

  1. अंतिम उत्पाद विधि
  2. मूल्य वृद्धि विधि

3. राष्ट्रीय आय का अनुमान -

➤GDP mp - एक लेखा वर्ष के दौरान किसी देश की घरेलू सीमा के अंदर सभी उत्पादक उद्यमियों द्वारा की गई सकल मूल्य वृद्धि को बाजा कीमत पर GDP mp कहा जाता है।

(i). GDP mp का अनुमान

(ii). NDP mp = GDP mp - Depreciation

(iii). GNP mp = GDP mp + NFIA

(iv). NNP mp = NDP mp + NFIA 

(v). NNP fc = NNP mp - NIT (Indirect Tax - Subsidy)

4. उदाहरण :

राष्ट्रीय आय की गणना के समय बरती जाने वाली सावधानियां :

उत्पाद विधि शामिल की जाने वाली मदे -

1. पुरानी वस्तुओं के व्यापारियों की दलाली . 

2. सभी उत्पादक इकाईयों द्वारा किये गये स्वलेखा उत्पादन 

3. स्व - उपभोग के लिए उत्पादन का आरोपित मूल्य ( imputed value ) 

4. जिन मकानों में मालिक खुद रहते हैं उनका भी आरोपित किराया शामिल किया जाता है।

5. सरकारी औषधालय की मुफ्त सेवाएं।

6. चालू वर्ष में निकाली गई देश की खनिज संपदा।

7. वेतनधारी कर्मचारियों के घरेलू सेवाएं।

8. किराएदार द्वारा दिया गया किराया।

9. स्थाई पूंजी का स्वयं किया गया उत्पादन।


उत्पाद विधि में शामिल न करने वाले मदे -

1. पुरानी वस्तुओं का क्रय - विक्रय।

2. मध्यवर्ती वस्तुओं का मूल्य उत्पादन में शामिल नहीं किया जाता क्योंकि उसका मूल्य अंतिम वस्तुओं के मूल्य में शामिल होता है।

3. स्व - उपभोग सेवाओं का मूल्य उत्पादन विधि में विशेष रुप से ध्यान देने की बात यह है कि 

( i ) किसी वस्तु अथवा सेवा के मूल्य की दोहरी गणना न हो।

( ii ) केवल अंतिम वस्तुओं एवं सेवाओं के मूल्य को जोड़ा जाता है।

4. भूमि के विक्रय पर प्राप्ति।

5. पिछले वर्ष में निकाली गई खनिज संपदा।

6. व्यापारी के पास रखे स्टॉक के मूल्य में वृद्धि।

7. शेयरों का विक्रय।

8. किराएदार द्वारा किराए पर लिए गए घर की खरीद।

9. विदेशों से प्राप्त उपहार।

10. पुरानी वस्तुओं का विक्रय या पूंजीगत प्राप्तियां।

12. हस्तांतरण भुगतान को राष्ट्रीय आय में शामिल नहीं किया जाता है।

13. गैर कानूनी आय शामिल नहीं किया जाता है।

14. निगम कर, आय कर, अप्रत्यक्ष कर।

15. उत्पादन इकाई में मालिक द्वारा दी जाने वाली मुक्त सेवाएं।

16. आकस्मिक लाभ जैसे लॉटरी से प्राप्त आय को शामिल नहीं किया जाता है।

17. नकद में अथवा वस्तु में प्राप्त वेतन तथा मजदूरी।

18. स्वामी द्वारा प्रयोग किया जाने वाला घर का अनुमानित किराया।

19. मृत्यु कर, उपहार कर, धन कर।


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